हमारे परम स्नेही
क ईं वर्षों से संस्कृतभाषा के संरक्षण संवर्द्धन एवं प्रचारकार्य में हमसे जुडे रहे,
वागड़ {बांसवाड़ा, राजस्थान} के निवासी, संस्कृत शिक्षा राजस्थान सरकार के संस्कृत महाविद्यालय नाथद्वारा, पीठ के प्राचार्य पद से सेवानिवृत्त, महाकविमाघ-पुरस्कार, संस्कृत विद्वतसम्मान प्राप्त, व्याकरणशास्त्र के विद्वान, ज्योतिर्विद् 'प्रकृतिवैभवम्' महाकाव्य के रचयिता महाकवि डॉ राजेन्द्र प्रसाद भट्ट के असामयिक निधन से हृदय अत्यन्त व्यथित है, परमपिता परमेश्वर उन्हें वैकुण्ठ दें तथा परिवार को असह्य दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करे।
ॐशान्ति: ॐशान्ति: ॐशान्ति:।