ट्विटर पर रवीश कुमार से लेकर बरखा दत्त राजदीप सरदेसाई जैसे पत्रकार कह रहे हैं कि सुशांत सिंह राजपूत केस पर सर्कस हो रहा है। महाराष्ट्र पुलिस जो कर रही है अपने अनुसार कर रही है और उसे आप जांच करने दीजिए।
लेकिन यही दोगले जस्टिस लोया के मौत पर वर्षों तक छाती कुटे थे।
और आश्चर्य इस बात का था कि जस्टिस लोया के परिवार वाले और उनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट सब कुछ कहती थी क्योंकि प्राकृतिक निधन हुई है लेकिन यह दोगले पत्रकार कहते थे कि तुम लोग चुप रहो, हम जो कहे वही सच है।