सनातन धर्म कभी भी व्यक्ति को धर्म - निरपेक्षता नहीं सिखाता क्योंकि .............
वासुदेव श्रीकृष्ण ने गीता में कहा है कि कोई भी व्यक्ति धर्म-निरपेक्ष नहीं हो सकता , इसलिये उसे किसी ना किसी पक्ष में खडा होना ही पडेगा ... फिर चाहे वो धर्म के पक्ष में हो या अधर्म के पक्ष में ...
जो व्यक्ति धर्म-निरपेक्ष होगा , वो सम्मान का हकदार नहीं होता ...
इसलिए हे पार्थ! शस्त्र उठा और जो भी दुश्मन सामने आए , उन सबकी लाशों के ढेर लगा दे ...
क्योंकि यही तुम्हारा धर्म है, यही तुम्हारा कर्त्तव्य है ... अगर तूने धर्म ही नहीं बचाया तो देश का क्या अचार डालेगा ????
#जय_श्री_कृष्ण