हिन्दु धर्म के विरोध मे लगातार झुठ के सहारे एजेंडा फैलाकर मानसिक संतुष्टि पाने वाले मनोरोगियों के पास एक से एक कहानीयो का पिटारा होता है और कई बार तो वामपंथ की छत्रछाया मे फल-फुल रहे ईन विचारको की कहानी आपको हैरत मे डाल देती है।
अब ईस फोटो को देखीये..........रावण को बोधिसत्व बताया जा रहा है जबकी सब जानते है की रावण की मौत के हजारो वर्ष बाद गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था और रावण जब तक जींदा था तब तक वो #देवाधिदेव_महादेव व #ब्रह्मदेव की उपासना किया करता था।अब रावण बोधिसत्व कैसे पा गया समझ से परे है।
दो साल पहले तक कोई भी रावण का वंशज नही था और 7-8साल पहले तक ना हि महिशासुर के वंशजो का अता-पता था फिर अचानक ईनके वंशजों की पुरी #अमरबेल कैसे पैदा हो गई..........कौन है और कहा से आते है ये लोग???