महापंडित राहुल सांस्कृत्यायन से ब्राह्मण नफरत क्यों करते है क्योंकि पंडित राहुलसांस्कृत्यायन ने ब्राह्मणों की सच्चाई को सबके सामने उजागर किया था।
महापंडित राहुल सांकृत्यायन जो उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के रहने वाले थे।
उनका मूल नाम केदारनाथ पाण्डेय था और वे जाति से ब्राह्मण थे। उन्होंने *‘वोल्गा से गंगा’* नामक पुस्तक लिखी। उसमें एक संवाद उन्होंने लिखा है।
संवाद में लिखा है कि, ‘नानासाहब पेशवा मंगल पाण्डेय को कहते हैं कि *हमें ब्राह्मणों की आज़ादी के लिए लड़ना चाहिए।*’ मंगल पाण्डेय कहता है कि *‘यदि हम ब्राह्मणों की आजादी के लिए लड़े तो दूसरे जाति के लोग हमें साथ-सहयोग क्यों करेंगे?’
*फिर नानासाहब पेशवा जबाव देते हैं कि *‘हमें यह बात दूसरों को नहीं बतानी है कि हमें ब्राह्मणों की आजादी के लिए लड़ाई लड़नी है।’* उसके बाद मंगल पाण्डेय फिर सवाल पूछता है कि *‘दूसरों को क्या बताना है?’* नानासाहेब पेशवा उसका जबाव देते हैं कि *‘हमें दूसरों को यह बताना है कि हमें सभी लोगों की आजादी की लड़ाई लड़नी है।
मगर हमें यह कदापि नहीं भूलना है कि हमें केवल मात्र ब्राह्मणों के ही आजादी के लिए लड़ाई लड़ना है।