या तो भारत सरकार और राज्य सरकारें मुसलमानो को भगवा आतंकियों से सुरक्षा दिलाए और उनपर लगाम कसे या फिर मुसलमानो को भी RSS की तरह संगठन बनाने की छूट दे और वो भी RSS, बजरंग दल, दुर्गा वाहिनी, विश्व हिन्दू परिषद आदि की तरह मुसलमानो को हथियार चलाने का प्रशिक्षण दे और अपनी रक्षा के लिए गले में भगवा गमछा डाल कर किसी पर भी अपने ऊपर हमला करने का संदेह होने भर मात्र पर उसकी हत्या कर सके और फिर इन हत्यारों को भी अदालत से उसी तरह बरी किया जाए जेसे मुसलमानो की lynching मे शामिल लोगों को किया गया और उनके जेल से बाहर आने पर भी केंद्रीय मंत्री उसी तरह फूल मालाओं से स्वागत करे जेसे अखलाक़ के हत्यारों का किया गया.... और अगर यह सब सम्भव नहीं सरकारों के लिए तौ एलान करे के वो अल्पसंख्यको को सुरक्षा नहीं दे सकती और अल्पसंख्यक अपनी सुरक्षा स्वयं करे बिल्कुल वेसे ही जेसे सवारी अपने समान की स्वयं जिम्मेदार होती हैं....