2011: एमएस धोनी को टेरीटोरियल आर्मी में लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद रैंक। (सभी लिंक नीचे)
2015:क्रिकेट विश्व कप खेला
2016: टी 20 विश्व कप खेला, बीच में दर्जनों ये ट्रॉफी वो ट्रॉफी खेली, आईपीएल तो खेला ही खेला।
इसी बीच पठानकोट, गुरदासपुर, उड़ी, पुलवामा सब हुआ- मैदान में कभी भी सेना का बैज लेकर नहीं दिखे, कभी सेना के साथ ट्रेनिंग करने का अनुरोध नहीं किया।
2018: आम्रपाली घोटाले में धोनी का नाम भी आना शुरू हुआ.
अप्रैल 2019: सुप्रीम कोर्ट ने आम्रपाली समूह को धोनी के साथ सभी लेन देन सार्वजनिक करने का आदेश दिया।
जून 2019: धोनी के बल्ले पे बलिदान बैज नजर आया.
जुलाई 2019: सेना के साथ ट्रेनिंग की अनुमति मांगी।
जुलाई 2019 ही: सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि आम्रपाली समूह द्वारा घर खरीदने वालों के पैसे को फर्जीवाड़े से साक्षी धोनी की कंपनी को भेजने के सबूत मिले हैं.
ये नए भारत की नई देशभक्ति है. बाकी हमको न कोई दुःख हुआ न बुरा लगा- जिनका पैसा है उनमें से 99 प्रतिशत इसी 'वायरल' देशभक्ति से पीड़ित हैं. देश के नाम पर 50-60 लाख से डेढ़- 2 करोड़ लुटा ही सकते हैं.
पाकिस्तान को हराये थे धोनी जी. बलिदान बैज भी पहने थे. पहली बार. सेना के साथ ट्रेनिंग भी करने जा रहे हैं.