सोमवार 04.06.2018
द्वितीय ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष 6
विक्रम सम्वत् 2075
श्री वीर निर्वाण सम्वत् 2544
*आज बाल यातना एवं अवैध तस्करी के खिलाफ अतंर्राष्ट्रीय दिवस है*
*सुविचार*
अकसर सुना जाता है कि अब दुनिया बदल गई है।
क्या बदला है जमाने में?
मिर्ची ने अपनी तिखाश नहीं बदली,
आम ने अपनी मिठास नहीं बदली,
पत्तों ने अपना हरा रंग नहीं बदला,
चिड़ियों ने चहकना नहीं छोड़ा।
फूलों ने महकना नहीं छोड़ा।
बदली हैं तो इंसान ने अपनी इंसानियत ,
और दोष देता हैं पूरी दुनिया को...!
दुनिया सतयुग में भी ऐसी ही थी, त्रेता में भी, द्वापर में भी, और कलयुग में भी।
बदला है तो सिर्फ इन्सान बदला या इन्सान की सोच बदली है।
अज्ञात
*इतिहास में आज*
1997 : दूरसंचार उपग्रह 2डी कक्ष में पहुंचा।
सभी मित्रों को सपरिवार सादर जयजिनेंद्र, शुभप्रभात और नमस्कार। आपका दिन मंगलमय हो।