चीन के सबसे अमीर व्यक्ति जैक मा कहते हैं - यदि आप बंदर के सामने केले और बहुत सारे पैसे रखेंगे, तो बंदर केले उठाएगा, पैसे नहीं। क्योकि वह नहीं जानता है कि पैसों से बहुत सारे केले खरीदे जा सकते हैं।
ठीक उसी प्रकार आज यदि वास्तविकता में भारत की जनता को निजी हित, निजी स्वार्थ पूरे करने और राष्ट्रीय सुरक्षा में से किसी एक का विकल्प चयन करने का कहें तो वो निजी स्वार्थ ही चयन करेंगे। क्योंकि वो नहीं समझ पा रहे हैं कि राष्ट्र सुरक्षित नहीं रहा तो फिर निजी हितों की गठरी बाँध के कहाँ ले जाओगे।