आज हम मनुष्यो के बीच में आज भी एक ऐसा छोटा सा प्यारा सा प्राणी गोरैया मौजूद है. आज नन्ही गौरेया भी विलुप्ति की कगार पर है. तथा आज विश्व गोरैया दिवस के मौके पर हम उन्हें विलुप्त होने से बचाने का संकल्प लेते है. आपको बता दे की इंसान के बेहद करीब रहने वाली कई प्रजाति के पक्षी और चिड़िया आज हमारे बीच से गायब है. उसी में एक है 'स्पैरो' यानी नन्ही सी गौरैया. गौरैया हमारी प्रकृति और उसकी सहचरी है. एक वक्त था, जब बबूल के पेड़ पर सैकड़ों की संख्या में घोंसले लटके होते और गौरैया के साथ उसके चूजे चीं-चीं-चीं का शोर मचाते. लेकिन वक्त के साथ गौरैया एक कहानी बन गई है.