सीमा पर हमारी सेना अपने जी जान से कर्तव्य निभा रही है किन्तु हम क्या कर रहे है ? कृपया निम्न बिंदुओं पर गौर करें तथा अपने नागरिक होने का कर्तव्य निभाएं---
विपुल विजय रेगे----
कल रात भर पाकिस्तान ने सीमावर्ती क्षेत्रों में भयानक ढंग से गोलीबारी की। कायरों ने भारत की ओर के गांवों पर फायर खोल दिये। भारतीय थल सेना ने करारा जवाब देते हुए उधर के कई फौजी ऊपर पहुंचा दिए। स्पष्ट है कि पाकिस्तान सामने से पलटवार करने में सक्षम नहीं है। अंतरराष्ट्रीय पटल पर भारत ने साफ कर दिया था कि उसका ये हमला पाकिस्तान के ख़िलाफ़ नहीं बल्कि आतंकी कैम्पों को ध्वस्त करने का अभियान था। इसके बावजूद पाकिस्तान इसे खुद पर हमला कहकर प्रचारित कर रहा है।
अब वह प्रतिकार कैसे करेगा।
१: सबसे पहले वह हिन्दी फिल्मों को बैन करेगा।
२: बीबीसी जैसे भारत विरोधी मीडिया के सहारे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर झूठ फैलाने का प्रयास करेगा।
३: कश्मीर में बैठे उसके समर्थक अब अपना फन उठाएंगे। जम्मू में अशांति फैलाने के प्रयास शुरू हो गए हैं।
४: भारत में अब तक सोए हुए 'स्लीपर सेल' जाग चुके हैं। अहमदाबाद, दिल्ली, मुम्बई जैसे शहरों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था है। अहमदाबाद में कुछ दिन पूर्व आतंकी हमले का अलर्ट जारी हो चुका है।
५; साइबर युद्ध तेज़ होने की आशंका है। टुकड़े-टुकड़े गैंग और इनके मददगार पत्रकार गुट की अचानक खामोशी संदेहास्पद है। आलाकमान के निर्देशों के लिए वे अभी प्रतीक्षारत हैं।
६: बड़े शहरों के नागरिकों को घर से बाहर जाते समय सावधानी रखनी चाहिए। किसी खबर पर ऐसे ही यकीन न करे। उसे दो बार क्रॉस चेक करें।
७: टुकड़े-टुकड़े गैंग अब किसी भी हद तक जा सकता है। त्योहारों पर खास तौर से सावधान रहना होगा। बाहरी संदिग्धों पर निगाह रखें। शक होने पर पुलिस की मदद लें।
ये जीत नहीं बल्कि एक मुकाम है। आगे कड़ी चुनौतियां आने वाली हैं। कश्मीर समस्या का हल वैसे ही होगा, जैसे दीपक बुझते समय ज़ोर से धधकता है। आपके धैर्य और साहस की परीक्षा होगी। पड़ोसियों से मेलजोल बनाए रखें।