भारत का सबसे अधिक बुद्धिमान, प्रतिभावान, योग्य,और विवेकवान युवा वर्ग ही जब पलायन कर विदेशों, शहरों में जा रहा है, तब भारत , आत्मनिर्भर बनने का सपना भला कैसे देख सकता है ??
Cafe social मासिक पत्रिका में इनबुकर प्रदीप कुमार जैन द्वारा प्रकाशित लेख।
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