लो भाईयों एक और नया इतिहास बनने जा रहा है देश में!
आज ७ राजनीतिक दलों ने राज्यसभा अध्यक्ष को सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस के खिलाफ महा अभियोग चलाने का नोटिस दिया।यह हमारे देश में (शायद)पहले कभी नहीं हुआ।
इन लोगों का कहना है कि चीफ जज संविधान के अनुरूप कार्य नही कर रहे हैं,ये किसी एक पार्टी के प्रभाव में हैं।तो अब सबाल इस बात का है कि हम आम भारतीय किस को सही माने,क्या हम अब अपनी न्याय व्यवस्था पर विश्वास करें या फिर इन राजनीतिक दलों की बात पर, और यदि कुछ ऐसा हो भी रहा है तो क्या इससे पहले ऐसा कभी नही हुआ होगा।ये भी एक प्रश्न है।क्या आपको भी लगता है कि हमारी न्याय पालिका इन राजनीतिक लोगों के दबाव में काम करती है?या फिर ऐसा केवल अपने स्वार्थ के लिए ऐसा माहौल देश में निर्मित किया जा रहा है?
कुछ भी सही हो लेकिन देश व नागरिकों की भावनाओं से खिलवाड़ हो रहा है।