हम कब अपनी जिम्मेदारी समझेगे, क्यों अपनी जान के दुश्मन स्वयं बने रहते है, हो सकता है कि कुछ हमारी मजबूरियॉ भी रहती होगी लेकिन सुरक्षा भी तो जरूरी है। इसमें भी दोष सरकार का हे ? कुछ उत्तरदायित्व हमारा भी बनता है।
दुर्घटना से देर भली,
सावधान रहें ,सतर्क रहें।।