" मेरा अपना पुस्तकालय"
पुस्तकों का मूल्य रत्नो से भी अधिक है, क्योंकि रत्न बाहरी चमक-दमक दिखाते हैं जबकि पुस्तकें अन्त:करण को उज्ज्वल करती है।पुस्तकों की उपमा विचारों के रत्नकण से दी जा सकती है।पुस्तकें ज्ञान-प्रसार के लिए अमूल्य और सुगम साधन हैं।
INBOOK NETWORK का मानना केवल यही है कि देश का कोई भी गांव बिना पुस्तकालय के नही होना चाहिए।
शास्त्री नगर भिंड स्थित इनबुक "मेरा अपना पुस्तकालय",
निवेदन है कि ज्यादा से ज्यादा लोग पुस्तकालय आकर पुस्तकों से दोस्ती कर भविष्य को सुखद,सहज बनाए।
(पुस्तकालय निःशुल्क है)