Nalini Mishra
*भगवान राम के आदर्श आपके जीवन को सुशोभित करे व आपका जीवन राममय बने*।
*रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएँ*।
जूही सिंह
इनबुक साथियों
नमस्कार
आपने मेरे फुरसतिया ग्रुप को ढेर सारा प्यार और सम्मान दिया है उसके लिए आपका शुक्रिया करते हुए एक नया ग्रुप लेकर आ रही हूं उसका शीर्षक है
आप कितने बुद्धिमान है
राहुल वर्मा
जो दिल में है उसे
ज़ुबां पर आने दीजिए
नगमा ए मुहब्बत
गुनगुनाने दीजिए।
कब तलक दूर दूर
यूं तुमसे रहूंगा।
अब तो हमसाया
मुझे बन जाने दीजिए।
ना उम्मीदी के अंधेरों से
घिरा हुआ हूं मैं
उम्मीद का दीया
रौशन हो जाने दीजिए।
गर्दिश -ए- वक्त ने
जिसे बेनूर कर दिया
थोड़ा सा नूर
इस चेहरे पर आने दीजिए।।
Devendra Singh Chouhan
(owner)
कोविड 19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए क्या मोदी जी को पुनः पहले जैसा कठोर लोक डाउन लगाना चाहिए।
राय देवें।
Priyadarshi Tiwari
कुछ के पास इतने दुःख होते हैं कि
मृत्यु उन्हें किसी सुख जैसी लगने
लगती है
राज सिंह
1-यदि मिट्टी से आदम(Adam) बन सकता है तो फिर मैल से गणेश क्यों नही?
2-यदि आदम की पसली से पैदा होकर हव्वा(Eve) आदम की बेटी नही हुई तो फिर ब्रह्मा से पैदा होकर सरस्वती ब्रह्मा की बेटी कैसे हो गयी?
3-यदि जन्नत की गधी का सर स्त्री का हो सकता है तो फिर गणेश का सर हाथी का क्यों नही?
4-यदि चाँद के टुकड़े हो सकते है तो फिर सूरज क्यों नही निगला जा सकता?
5-यदि ऊंट का मूत्र दवा हो सकता है तो गौ मूत्र क्यों नही?
6-यदि एक जानवर सुवर धर्म की दृस्टि से खराब हो सकता है तो फिर धर्म की दृष्टि से गौ सम्मानित क्यों नही हो सकती?
7-यदि नबियो के वंश बेटियो और दासियों के नियोग से चल सकते है तो फिर सनातन में नियोग से आपत्ति क्यों?
8-यदि मुर्तिया बोल नही सकती तो अल्लाह की भी हिम्मत नही की किसी को दिख जाए वर्तमान समय में या बात कर ले?
9- यदि अल्लाह को मस्जिद की जरूरत है तो फिर भगवान के मन्दिरो से आपत्ति क्यों?
10- यदि भगवान भारत से बाहर नही गया तो अल्लाह भी अरब के रेत से बाहर नही निकला?
11- यदि पत्थर में शैतान हो सकता है तो पत्थर में भगवान की भावना से आपत्ति क्यों?
12- यदि धरती आकाश इस्लाम में बोल सकते है तो फिर सनातन में इन्हें देव मानने से आप्पति क्यों ?