राहुल वर्मा
इतना आसान नहीं लफ़्ज़ों
को ग़ज़ल कर लेना;;
शोर को शेर बनाने में
जिगर लगता है!!!
Devendra Singh Chouhan
(owner)
कोविड 19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए क्या मोदी जी को पुनः पहले जैसा कठोर लोक डाउन लगाना चाहिए।
राय देवें।
Priyadarshi Tiwari
जब मेरे मरने का समय आयेगा
तो मुझे ही मरना पड़ेगा
इसलिए मुझे अपना जीवन वैसे जीने दो
जैसा मैं जीना चाहता हूँ
राज सिंह
1-यदि मिट्टी से आदम(Adam) बन सकता है तो फिर मैल से गणेश क्यों नही?
2-यदि आदम की पसली से पैदा होकर हव्वा(Eve) आदम की बेटी नही हुई तो फिर ब्रह्मा से पैदा होकर सरस्वती ब्रह्मा की बेटी कैसे हो गयी?
3-यदि जन्नत की गधी का सर स्त्री का हो सकता है तो फिर गणेश का सर हाथी का क्यों नही?
4-यदि चाँद के टुकड़े हो सकते है तो फिर सूरज क्यों नही निगला जा सकता?
5-यदि ऊंट का मूत्र दवा हो सकता है तो गौ मूत्र क्यों नही?
6-यदि एक जानवर सुवर धर्म की दृस्टि से खराब हो सकता है तो फिर धर्म की दृष्टि से गौ सम्मानित क्यों नही हो सकती?
7-यदि नबियो के वंश बेटियो और दासियों के नियोग से चल सकते है तो फिर सनातन में नियोग से आपत्ति क्यों?
8-यदि मुर्तिया बोल नही सकती तो अल्लाह की भी हिम्मत नही की किसी को दिख जाए वर्तमान समय में या बात कर ले?
9- यदि अल्लाह को मस्जिद की जरूरत है तो फिर भगवान के मन्दिरो से आपत्ति क्यों?
10- यदि भगवान भारत से बाहर नही गया तो अल्लाह भी अरब के रेत से बाहर नही निकला?
11- यदि पत्थर में शैतान हो सकता है तो पत्थर में भगवान की भावना से आपत्ति क्यों?
12- यदि धरती आकाश इस्लाम में बोल सकते है तो फिर सनातन में इन्हें देव मानने से आप्पति क्यों ?
Anil nayal singh
प्यारे सनातनी हिंदुओं,
लाठी डंडे चलाने की आवश्यकता भी नहीं है, कैरियर व पुलिस रिकोर्ड ख़राब करने की आवश्यकता नहीं है।
बस इतना करिए कि उनसे दूर हो जाइए व अपनों के पास हो जाइए, जीवन के हर क्षेत्र में, व्यापार, लेन देन, मित्रता, Whatsapp group, प्लम्बर, बिजली वाला, मेसन, taxi, सब अपने वाले लोगों को रखिए, शेष से यथा सम्भव दूरी बनाए!
यदि गला काट प्रतियोगिता की हिम्मत नहीं हो तो, पेट पर लात मारने का हौसला दिखाओ, समझ रहें हो ना!
जय श्री राम