केशरीलाल स्वामी बुधवाली
बहस नहीं, बगावत नहीं,
बात करो तो आ जाओ !
बिछड़े हैं आपस में कब से,
मुलाक़ात करो तो आ जाओ !!
\u00a9केशव स्वामी
MUKESH SINGH PARIHAR
त्रेतायुग में जब भगवान राम 14 साल का वनवास काट कर अयोध्या आये थे,तो पूरी अयोध्या दीपों से जगमगा उठी थी।आज कलयुग में फिर प्रभु श्रीराम का आगमन हो रहा है।इस बार पूरा देश दीपों से जगमगाना चाहिए।।
Ranjeet Rai
यह खबर तो पुरानी है और आप सब ने जरूर सुनी होगी कि भारत ने अपना एक लाख किलो सोना जो की यूके की तिजोरियों में रखा हुआ था उसे वापस हिंदुस्तान की रिजर्व बैंक की तिजोरियों में ट्रांसफर कर लिया है।
इस सोने को यूके की तिजोरीयों में रखने के लिए भारत कई करोड़ रुपए सालाना किराया चुका रहा था। फिर इस तरह से सेफ्टी से रखे हुए सोने को भारत की तिजोरियों में शिफ्ट करने की क्या जरूरत पड़ गई थी ❓
असल में भारत ने अमेरिका द्वारा पूर्व में किए गए कृत्यों को देखते हुए यह सोना भारत में शिफ्ट किया है। क्योंकि जिस तरह से यूक्रेन युद्ध के पश्चात अमेरिका ने रूस पर सैन्कशंस लगाते हुए उसका यूरोप में पड़ा हुआ सोना और डॉलर्स का फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व को फ्रीज कर दिया था कहीं अमेरिका भारत के साथ भी वैसा ना कर दे।
अब क्योंकि भारत भी ऐसे कई काम कर रहा है और भविष्य में भी करेगा जो कि अमेरिका की आर्थिक और राजनीतिक नीतियों के विरुद्ध होंगे जिसके कारण अमेरिका को भारत द्वारा किए गए यह कार्य पसंद नहीं आएंगे। ऐसे में अगर अमेरिका ने भारत के विदेश में पड़े गोल्ड और फॉरेक्स रिजर्व के ऊपर प्रतिबंध लगा दिए तो भारत एक बहुत बड़ी मुसीबत में फंस सकता है। जिसको देखते हुए मोदी जी ने भारत से बाहर पड़े सोने के भंडारों को अपने देश में शिफ्ट करना शुरू कर दिया है बिना इस बात की चिंता किए हुए कि 4 जून को कहीं विपक्ष की सरकार न बन जाए।
मोदी जी द्वारा इस तरह भविष्य में आ सकने वाली कठिनाइयों को देखते हुए उठाया गया यह कदम मोदी जी द्वारा भविष्य में अमेरिका के खिलाफ ले जा सकने वाली सख्त नीतियों का आभास दे रहा है।
दोस्तों क्या आप बता सकते हो कि मोदी जी अपने तीसरे टर्म में अमेरिका के खिलाफ कौन-कौन से कदम ले सकते हैं ❓