कर्म भूमि से हुई विदाई जन्म भूमि पर स्वागत है.. मनोज सिंह टाईगर जी
click to rate
6 likes
0 comments
242 views
यह कविता मनोज सिंह टाईगर जी के गॉडफादर जो उनको मुंबई ले गए थे उन्हीं के अपने कर्म भूमि से वापिस अपने जन्म भूमि पर स्वागत का वर्णन किया है, देशी मिट्टी की सौंधी महक आ रही है, शुद्ध देसी, बचपन, गांव, पुरानी यादों की सौंधी अनुभूति हो रही है..
हमसे जुड़ने के लिए कृपया चैनल लाईक, शेयर और सब्सक्राइब जरूर करें.. जय हिन्द जय भारत
Locked Video
Seems you entered wrong password click here
to enter password again.