हलाकू खान ने जब बगदाद पर आक्रमण किया तो पूरे शहर को राख में बदल दिया 37 वे ख़लीफ़ा मिस्बाह को घोड़े के नीचें रौंद दिया।
बगदाद उस समय एक उन्नत शहर था लेकिन नष्ट हो गया हलाकू मुस्लिमो के अत्याचार का बदला लिया ।
लेकिन प्रश्न है बगदाद के पड़ोस में कर्बला कैसे बच गया ?
हलाकू खान का रास्ता साफ किया शिया लोगों ने उन्होंने सुन्नियों को मरवाकर कर्बला को बचा लिया ।
जब तैमूरलंग भारत आया तो उसने कोई 30 लाख हिंदुओ कि हत्या कराई सबसे अधिक हरियाणा का कैथल , दिल्ली , मेरठ मे तांडव हुआ।
तैमूर शिया था इस नरकंकाल के तांडव के जश्न में उसने मोहर्रम पर ताज़िया बनाकर कर्बला भेजा तभी से ताज़िया निकालने कि प्रथा शुरू हुई जो भारत से हुई थी
तैमूर कुछ ही दिनों में भारत से चला गया लेकिन ताज़िया निकालने कि प्रथा जीवित रही।
इमाम हुसैन कि हत्या एक दुःखद पहलू है लेकिन दूसरे कि हत्या पर जश्न जायज है कैसे ?
प्रथम शिक्षामंत्री मौलाना आजाद का यही योगदान है उन्होंने 8वी सदी से लेकर 13 वी सदी तक का भारत का इतिहास पाठ्यक्रम से या तो गयाब करा दिया या फिर संक्षिप्त कर दिया ।
सुदूर हिटलर हमें याद रहते है जिनसे भारत का कोई वास्ता नहीं लेकिन तैमूर , गजनी नहीं याद रहते जो भारत मे कत्लेआम किया औऱ हम उसी ताज़िया पर फूल चढ़ाते है ।