इसका निर्माण सवाई महाराजा जयसिंह जी ने करवाया, अंग्रेजो के षड्यंत्र के कारण आप भले ही जयपुर वालो को कुछ भी कह ले, लेकिन भारत की सबसे सुखी प्रजा जयपुर की प्रजा ही थी, इन्होंने ना केवल अपनी प्रजा को खुश रखा, बल्कि काशी में मंदिर बनाये, वहां की प्रजा को दुःखों से मुक्ति दिलवाई , गुजरात का द्वारिकधीशमन्दिर, उड़ीसा की रक्षा ईन्होंने ही कि, बंगाल की रक्षा इन्होंने की, लगभग पूरे भारत मे इन्होंने 500 साल से जमे अफगान साम्राज्य को उखाड़ फेंका
जयपुर वालो ने कभी भी अपने किसानों के साथ अत्याचार नही किया, ना किसानों के सिर काटे ओर न काटने दिए, उनकी फसलें खराब हो जाती, तो आधा मुआवजा देते, किसानों के खेत ना तो जलाए, ओर ना जलाने दिए । जयपुर परिवार आदर्श परिवार है , भगवान राम के पदचिन्हों पर अगर कोई चला है, तो वह केवल आमेर परिवार है ।