शिक्षक : समाज के शिल्पकार
यह तन विष की बेलरी, गुरु अमृत की खान!सीस दिए जो गुरु मिले, तो भी सस्ता जान !!
सबसे पहले शिक्षक दिवस पर मेरे गुरु मेरे बाबा (पिता श्री एकनाथ राव खड़से जी) को प्रणाम जिन्होंने मुझे मानवता , सादगी और शिक्षा का पाठ पढ़ाया है. मेरा उन सभी गुरुओ को भी आदर भरा प्रणाम जि...