#गाँवदरअसल हम गांव के लोग अब जितने खुशहाल दिखते हैं उतने हैं नहीं। जमीनों के केस, पानी के केस, खेत-मेढ के केस, रास्ते के केस, मुआवजे के केस, व्याह शादी के झगड़े, दीवार के केस,आपसी मनमुटाव, चुन...
मेरा गाँव
मेरा गाँव, गाँव का नाम सुनते ही न जाने कितनी ही स्मृतिया एक के बाद एक मानस पटल पर क्रिड्रा करने लगती है। पुराना मकान, सीढीनुमा हरे भरे खेत, चीड, देवदार, साल, सागौन के पेडो से भरे जंगल और प्यारा सा बचपन। बहुत पहले पिताजी हमे शहर ले आये थे। तब मे शायद 3 या 4 साल का रहा हूँगा। पिता...
निस्संदेह हमारा देश भारत कई मायनों में सौभाग्यशाली है कि जब जिस क्षेत्र में प्रेरणा की आवश्यकता पड़ती है तो कोई न कोई महापुरुष लाठी लेकर राह दिखाता मिलता है. दीप जलते रहते हैं, रौशनी की उम्मीद बनी रहती है और यही उम्मीद हमें हर समस्या से पार निकलना भी सिखलाती है. महात्मा गाँधी का जीवन न केवल भारत...